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Questions:
परीक्षा अवधि – 2 घंटे अधिकतम अंक – 100
Marking Scheme :
Subject | Questions | Marks | Time |
भारतीय इतिहास | 05 | 05 | 2 Hours |
भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन | 05 | 05 | |
भूगोल | 05 | 05 | |
भारतीय अर्थव्यवस्था | 05 | 05 | |
भारतीय सविंधान एवं लोक प्रशासन | 05 | 05 | |
सामान्य विज्ञान | 05 | 05 | |
प्रारंभिक अंकगणित | 05 | 05 | |
सामान्य हिंदी | 05 | 05 | |
सामान्य अंग्रेजी | 05 | 05 | |
तर्क एवं तर्कशक्ति | 05 | 05 | |
सामयिकी | 10 | 10 | |
सामान्य जागरूकता | 10 | 10 | |
अपठित हिंदी गद्यांश का विवेचन एवं विश्लेषण | 10 | 10 | |
ग्राफ की व्याख्या एवं विश्लेषण | 10 | 10 | |
तालिका की व्याख्या एवं विश्लेषण | 10 | 10 | |
Total | 100 | 100 |
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UPSSSC PET Exam Test – 03
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ई. पू. 483 में प्रथम बौद्ध संगीति राजगृह में हुई, इसकी अध्यक्षता______ ने की।
लेखकों के सिन्धु घाटी सभ्यता के दृष्टिकोण पर विचार करें और चुनें कि निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
किसने बंगाल में स्थायी बन्दोबस्त की शुरुआत की?
आगरा किसने स्थापित किया?
पानीपत का तीसरा युद्ध ………. के दौरान लड़ा गया।
स्वतन्त्रता आन्दोलन के दौरान आमजन को राष्ट्रवाद की भावना से भर देने वाला प्रसिद्ध देशभक्ति गीत “सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा” .. द्वारा लिखा गया।
शीत युद्ध के सम्बन्ध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है?
1888 ई. में इलाहाबाद में आयोजित हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के चौथे अधिवेशन में प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया था ।
भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान किसे ‘हीरोइन ऑफ 1942’ की उपाधि प्राप्त हुई?
वर्ष 1929 लाहौर काँग्रेस सत्र के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
वायुमण्डल की परत जहाँ विद्युत चालकता होती है
भारत और श्रीलंका किसके द्वारा अलग होते हैं?
निम्नलिखित में से कौन-सी नदी प्रणाली भारत के 10% क्षेत्र को आवृत्त करने वाली दूसरी सबसे बड़ी घाटी है?
नागार्जुन सागर बाँध बना हुआ है?
भारतीय राज्य सीमा में हिमालय का सर्वोच्च शिखर कौन-सा है?
निम्न में से कौन-सा उत्पाद लागत है?
भारत में खाद्य सुरक्षा अधिनियम वर्ष …….. में लागू हुआ।
मुद्रास्फीति के समय कर की दरों में निम्नलिखित में से क्या होगा?
जनसंख्या का सिद्धान्त निम्न में से किस अर्थशास्त्री ने दिया?
NLRMP का तात्पर्य है
राज्यों के पुनर्गठन के लिए बने राज्य पुनर्गठन आयोग के अध्यक्ष कौन थे?
नागरिक चार्टर में क्या शामिल है?
लोकसभा के स्पीकर के चुनाव की तिथि …….”द्वारा निर्धारित की जाती है।
राज्यसभा के सदस्य चुने जाते हैं।
निम्न किस राज्य / संघ शासित क्षेत्र में एक उभय उच्च न्यायालय है ?
1 क्यूसेक जल लगभग ………….’ के बराबर होता है।
वह उपकरण, जो ध्वनि तरंगों को विद्युत तरंगों में बदलता है, कहलाता है
निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प लेड का रासायनिक प्रतीक है?
किस तत्व की परमाणु संख्या 31 है?
निम्नलिखित में से कौन-सा मादा जनन अंग का एक भाग नहीं है?
300 ग्राम चीनी के विलयन में 40% चीनी है। इसमें कितनी चीनी मिलाई जाए ताकि विलयन में चीनी 50% हो जाए?
एक बल्लेबाज का 16 पारियों में एक निश्चित औसत रन है। 17वीं पारी में उसने 80 रन बनाए, जिससे उसका औसत 2 से बढ़ गया। उसका 17वीं पारी के बाद रनों का औसत क्या है?
किसी कॉलेज में ⅕ लड़कियों और ⅛ लड़कों ने एक सामाजिक शिविर में भाग लिया। कॉलेज में कुल कितने भाग विद्यार्थियों ने शिविर में भाग लिया?
निम्नलिखित में से शुद्ध वर्तनी वाले शब्द का चयन कीजिए
‘चौराहा’ में कौन-सा समास है?
अन्दर-अन्दर कड़ाही में गुड़ पकना’ का अर्थ है।
किस समास में कोई पद प्रधान नहीं होता?
‘स्वर’ किसका भेद है?’स्वर’ किसका भेद है?
Change the following sentence into a Passive voice
He kept me waiting.
Which of the following sentences has a ‘modal verb ́?
Fill in the blank in the following sentence with the correct word from the alternatives :
He solved all the questions with …………
Directions (Q. Nos. 44 and 45) Read the passage given below and answer the questions that follow it.
Akbar had quarreled with Birbal over something important and had asked him not to come to the palace again. Akbar started missing Birbal and wanted him back but could not find out where he was. Akbar hit upon a plan. He sent a message to all the villages that wells had been selected to wed the royal ‘well’ and so they had to bring the bride to the capital immediately. The headmen of the various villages were alarmed at the impossible task and came rushing to the capital to apologize for their inability to move their wells. One man, Khaji, however, came to discuss the details of the wedding. Khaji wanted to know whether the marriage ceremony would be conducted in the traditional manner. Akbar assured him that all the formalities would be observed. Khaji was happy and assured Akbar that he would bring the bride to the gates of the city. Khaji added that according to the tradition, the bridegroom was to meet the bride at the village gates and take her into the city. He also asked Akbar when was the commitment date from the bridegroom so that they could set out with the bridal party. Akbar was happy to hear all this. He realized that such an intelligent idea could be thought out only by the fertile brain of Birbal and told Khaji that he did not want the well but the man who gave him the idea.
44. Why did Akbar decide to perform the marriage?
Directions (Q. Nos. 44 and 45) Read the passage given below and answer the questions that follow it.
Akbar had quarreled with Birbal over something important and had asked him not to come to the palace again. Akbar started missing Birbal and wanted him back but could not find out where he was. Akbar hit upon a plan. He sent a message to all the villages that wells had been selected to wed the royal ‘well’ and so they had to bring the bride to the capital immediately. The headmen of the various villages were alarmed at the impossible task and came rushing to the capital to apologize for their inability to move their wells. One man, Khaji, however, came to discuss the details of the wedding. Khaji wanted to know whether the marriage ceremony would be conducted in the traditional manner. Akbar assured him that all the formalities would be observed. Khaji was happy and assured Akbar that he would bring the bride to the gates of the city. Khaji added that according to the tradition, the bridegroom was to meet the bride at the village gates and take her into the city. He also asked Akbar when was the commitment date from the bridegroom so that they could set out with the bridal party. Akbar was happy to hear all this. He realized that such an intelligent idea could be thought out only by the fertile brain of Birbal and told Khaji that he did not want the well but the man who gave him the idea.
45. Which of the following is not true in the context of the passage?
उस विकल्प का चयन करें जो तीसरे पद से उसी प्रकार सम्बन्धित है जिस प्रकार दूसरा पद पहले पद से सम्बन्धित है।
10 : 105 :: 18:?
निम्न में से कौन दूसरों से सम्बन्धित नहीं है?
किसी कोड भाषा में PAIR को 1234 के रूप में, LAIR को 5234 के रूप में, LIME को 5396 में रूप में कोड किया गया है, उस भाषा में I अक्षर के लिए क्या कोड होगा?
यदि A, B, C और D आरोही क्रम में हैं। D, B और E अवरोही क्रम में हैं। बताइए निम्न में से कौन या तो आरोही या अवरोही क्रम में है?
अप्रैल महीने का पहला दिन बुधवार है। उसी वर्ष में मई माह की पहली तारीख को सप्ताह का कौन-सा दिन होगा?
निम्न में से किस ट्रेन का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया गया है?
केन्द्र सरकार ने नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयन्ती को किस दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की?
गणतन्त्र दिवस परेड में फाइटर प्लेन उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर निम्न में से कौन बनी है?
विश्व मौसम विज्ञान दिवस-2021 का मुख्य विषय क्या था?
केन्द्रीय मन्त्री किरेन रिजिजू ने गणतन्त्र दिवस-2021 की परेड में निम्न में से किस राज्य की झाँकी को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया?
केन्द्र सरकार द्वारा 25 जनवरी, 2021 को पद्म पुरस्कारों की घोषणा की गई।
इससे सम्बन्धित निम्न कथनों पर विचार कीजिए
उपरोक्त कथनों में कौन-से कथन सही हैं?
एशियाई विकास बैंक (ADB) द्वारा किसको भारत के लिए नया कण्ट्री डायरेक्टर नियुक्त किया गया है?
किस जाने-माने ऐक्टर को ‘नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा’ का प्रमुख नियुक्त किया गया?
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2021 की थीम (मुख्य विषय) क्या है?
‘ब्लू फ्लैग’ समुद्र तटों को प्रदान की गई विश्वस्तरीय मान्यता प्राप्त ईको लेबल प्रमाणन है। यह किस देश द्वारा प्रदान किया जाता है?
निम्नलिखित में से कौन-सी आयरलैण्ड की राजधानी है?
चिपको आन्दोलन से जुड़े निम्नलिखित कार्यकर्ताओं में से कौन रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता हैं?
अरुण शौरी निम्नलिखित में से किस पुस्तक के लेखक हैं?
“ए हॉर्स वॉक्स इनटू ए बार’ नामक अपने उपन्यास के लिए मैन बुकर इण्टरनेशनल पुरस्कार किसने जीता है?
यूएफओ मूवीज इण्डिया की फिल्म-ऑन-व्हील अवधारणा को क्या कहा जाता है?
एस. वी सुनील, निम्नलिखित में से किस खेल से सम्बन्धित हैं?
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रथम अध्यक्षा कौन थीं?
भारत सरकार द्वारा गौरवमय ध्यानचन्द पुरस्कार किस वर्ष संस्थापित किया गया था?
साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु दिया जाने वाला पुरस्कार है
निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द फुटबॉल से सम्बन्धित है?
निर्देश (प्र.सं. 71-75) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
मनुष्य की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता सभी प्राणियों में इसके मस्तिष्क का सर्वाधिक विकसित होना है, इसी के बल पर इसने न केवल पूरी दुनिया पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया है बल्कि निरन्तर प्रगति के पथ पर भी अग्रसर है। यदि व्यक्ति का मस्तिष्क स्वस्थ न रहे तो इसका प्रतिकूल प्रभाव उसके जीवन पर पड़ता है। किसी भी व्यक्ति का मस्तिष्क तभी स्वस्थ रह सकता है जब उसका शरीर भी तन्दुरुस्त रहे इसलिए कहा गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। पुन: व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ रहे इसके लिए आवश्यक है कि वह नियमित रूप से व्यायाम करे और खेल व्यायाम का ऐसा प्रकार है जिसमें व्यक्ति का शारारिक ही नहीं बल्कि मानसिक मनोरंजन भी होता है। इस तरह मस्तिष्क के शरीर से और शरीर के खेल से पारस्परिक सम्बन्धों को देखते हुए यह स्पष्ट हो जाता है कि खेल-कूद व्यक्ति के बहुमुखी विकास के लिए आवश्यक है। स्वास्थ्य की दृष्टि से खेल-कूद के कई लाभ हैं इससे शरीर की मांसपेशियाँ एवं हड्डियाँ मजबूत होती हैं। रक्त का संचार सुचारु रूप से होता है। पाचन क्रिया सुदृढ़ होती है। शरीर को अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलता है और फेफड़े मजबूत होते हैं। खेल-कूद के दौरान शारीरिक अंगों के सक्रिय रहने के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इस तरह खेल मनुष्य के शारीरिक विकास के लिए आवश्यक हैं। इससे मानसिक तनावों को झेलने की किसी व्यक्ति की क्षमता में वृद्धि होती है। खेल-कूद की इसी महत्ता को स्वीकारते हुए स्वामी विवेकानन्द ने कहा है यदि तुम गीता के मर्म को समझना चाहते हो, तो खेल के मैदान में जाकर फुटबॉल खेलो। कहने का तात्पर्य यह है कि खेल-कूद द्वारा शरीर को स्वस्थ करके ही मानसिक प्रगति हासिल की जा सकती है।
निर्देश (प्र.सं. 71-75) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
मनुष्य की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता सभी प्राणियों में इसके मस्तिष्क का सर्वाधिक विकसित होना है, इसी के बल पर इसने न केवल पूरी दुनिया पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया है बल्कि निरन्तर प्रगति के पथ पर भी अग्रसर है। यदि व्यक्ति का मस्तिष्क स्वस्थ न रहे तो इसका प्रतिकूल प्रभाव उसके जीवन पर पड़ता है। किसी भी व्यक्ति का मस्तिष्क तभी स्वस्थ रह सकता है जब उसका शरीर भी तन्दुरुस्त रहे इसलिए कहा गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। पुन: व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ रहे इसके लिए आवश्यक है कि वह नियमित रूप से व्यायाम करे और खेल व्यायाम का ऐसा प्रकार है जिसमें व्यक्ति का शारारिक ही नहीं बल्कि मानसिक मनोरंजन भी होता है। इस तरह मस्तिष्क के शरीर से और शरीर के खेल से पारस्परिक सम्बन्धों को देखते हुए यह स्पष्ट हो जाता है कि खेल-कूद व्यक्ति के बहुमुखी विकास के लिए आवश्यक है। स्वास्थ्य की दृष्टि से खेल-कूद के कई लाभ हैं इससे शरीर की मांसपेशियाँ एवं हड्डियाँ मजबूत होती हैं। रक्त का संचार सुचारु रूप से होता है। पाचन क्रिया सुदृढ़ होती है। शरीर को अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलता है और फेफड़े मजबूत होते हैं। खेल-कूद के दौरान शारीरिक अंगों के सक्रिय रहने के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इस तरह खेल मनुष्य के शारीरिक विकास के लिए आवश्यक हैं। इससे मानसिक तनावों को झेलने की किसी व्यक्ति की क्षमता में वृद्धि होती है। खेल-कूद की इसी महत्ता को स्वीकारते हुए स्वामी विवेकानन्द ने कहा है यदि तुम गीता के मर्म को समझना चाहते हो, तो खेल के मैदान में जाकर फुटबॉल खेलो। कहने का तात्पर्य यह है कि खेल-कूद द्वारा शरीर को स्वस्थ करके ही मानसिक प्रगति हासिल की जा सकती है।
72. प्रस्तुत गद्यांश में किसके पारस्परिक सम्बन्धों की चर्चा नहीं की गई है?
निर्देश (प्र.सं. 71-75) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
मनुष्य की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता सभी प्राणियों में इसके मस्तिष्क का सर्वाधिक विकसित होना है, इसी के बल पर इसने न केवल पूरी दुनिया पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया है बल्कि निरन्तर प्रगति के पथ पर भी अग्रसर है। यदि व्यक्ति का मस्तिष्क स्वस्थ न रहे तो इसका प्रतिकूल प्रभाव उसके जीवन पर पड़ता है। किसी भी व्यक्ति का मस्तिष्क तभी स्वस्थ रह सकता है जब उसका शरीर भी तन्दुरुस्त रहे इसलिए कहा गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। पुन: व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ रहे इसके लिए आवश्यक है कि वह नियमित रूप से व्यायाम करे और खेल व्यायाम का ऐसा प्रकार है जिसमें व्यक्ति का शारारिक ही नहीं बल्कि मानसिक मनोरंजन भी होता है। इस तरह मस्तिष्क के शरीर से और शरीर के खेल से पारस्परिक सम्बन्धों को देखते हुए यह स्पष्ट हो जाता है कि खेल-कूद व्यक्ति के बहुमुखी विकास के लिए आवश्यक है। स्वास्थ्य की दृष्टि से खेल-कूद के कई लाभ हैं इससे शरीर की मांसपेशियाँ एवं हड्डियाँ मजबूत होती हैं। रक्त का संचार सुचारु रूप से होता है। पाचन क्रिया सुदृढ़ होती है। शरीर को अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलता है और फेफड़े मजबूत होते हैं। खेल-कूद के दौरान शारीरिक अंगों के सक्रिय रहने के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इस तरह खेल मनुष्य के शारीरिक विकास के लिए आवश्यक हैं। इससे मानसिक तनावों को झेलने की किसी व्यक्ति की क्षमता में वृद्धि होती है। खेल-कूद की इसी महत्ता को स्वीकारते हुए स्वामी विवेकानन्द ने कहा है यदि तुम गीता के मर्म को समझना चाहते हो, तो खेल के मैदान में जाकर फुटबॉल खेलो। कहने का तात्पर्य यह है कि खेल-कूद द्वारा शरीर को स्वस्थ करके ही मानसिक प्रगति हासिल की जा सकती है।
निर्देश (प्र.सं. 71-75) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
मनुष्य की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता सभी प्राणियों में इसके मस्तिष्क का सर्वाधिक विकसित होना है, इसी के बल पर इसने न केवल पूरी दुनिया पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया है बल्कि निरन्तर प्रगति के पथ पर भी अग्रसर है। यदि व्यक्ति का मस्तिष्क स्वस्थ न रहे तो इसका प्रतिकूल प्रभाव उसके जीवन पर पड़ता है। किसी भी व्यक्ति का मस्तिष्क तभी स्वस्थ रह सकता है जब उसका शरीर भी तन्दुरुस्त रहे इसलिए कहा गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। पुन: व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ रहे इसके लिए आवश्यक है कि वह नियमित रूप से व्यायाम करे और खेल व्यायाम का ऐसा प्रकार है जिसमें व्यक्ति का शारारिक ही नहीं बल्कि मानसिक मनोरंजन भी होता है। इस तरह मस्तिष्क के शरीर से और शरीर के खेल से पारस्परिक सम्बन्धों को देखते हुए यह स्पष्ट हो जाता है कि खेल-कूद व्यक्ति के बहुमुखी विकास के लिए आवश्यक है। स्वास्थ्य की दृष्टि से खेल-कूद के कई लाभ हैं इससे शरीर की मांसपेशियाँ एवं हड्डियाँ मजबूत होती हैं। रक्त का संचार सुचारु रूप से होता है। पाचन क्रिया सुदृढ़ होती है। शरीर को अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलता है और फेफड़े मजबूत होते हैं। खेल-कूद के दौरान शारीरिक अंगों के सक्रिय रहने के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इस तरह खेल मनुष्य के शारीरिक विकास के लिए आवश्यक हैं। इससे मानसिक तनावों को झेलने की किसी व्यक्ति की क्षमता में वृद्धि होती है। खेल-कूद की इसी महत्ता को स्वीकारते हुए स्वामी विवेकानन्द ने कहा है यदि तुम गीता के मर्म को समझना चाहते हो, तो खेल के मैदान में जाकर फुटबॉल खेलो। कहने का तात्पर्य यह है कि खेल-कूद द्वारा शरीर को स्वस्थ करके ही मानसिक प्रगति हासिल की जा सकती है।
74. प्रस्तुत गद्यांश में खेल-कूद से होने वाले किस लाभ की चर्चा नहीं की गई है?
निर्देश (प्र.सं. 71-75) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
मनुष्य की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता सभी प्राणियों में इसके मस्तिष्क का सर्वाधिक विकसित होना है, इसी के बल पर इसने न केवल पूरी दुनिया पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया है बल्कि निरन्तर प्रगति के पथ पर भी अग्रसर है। यदि व्यक्ति का मस्तिष्क स्वस्थ न रहे तो इसका प्रतिकूल प्रभाव उसके जीवन पर पड़ता है। किसी भी व्यक्ति का मस्तिष्क तभी स्वस्थ रह सकता है जब उसका शरीर भी तन्दुरुस्त रहे इसलिए कहा गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। पुन: व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ रहे इसके लिए आवश्यक है कि वह नियमित रूप से व्यायाम करे और खेल व्यायाम का ऐसा प्रकार है जिसमें व्यक्ति का शारारिक ही नहीं बल्कि मानसिक मनोरंजन भी होता है। इस तरह मस्तिष्क के शरीर से और शरीर के खेल से पारस्परिक सम्बन्धों को देखते हुए यह स्पष्ट हो जाता है कि खेल-कूद व्यक्ति के बहुमुखी विकास के लिए आवश्यक है। स्वास्थ्य की दृष्टि से खेल-कूद के कई लाभ हैं इससे शरीर की मांसपेशियाँ एवं हड्डियाँ मजबूत होती हैं। रक्त का संचार सुचारु रूप से होता है। पाचन क्रिया सुदृढ़ होती है। शरीर को अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलता है और फेफड़े मजबूत होते हैं। खेल-कूद के दौरान शारीरिक अंगों के सक्रिय रहने के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इस तरह खेल मनुष्य के शारीरिक विकास के लिए आवश्यक हैं। इससे मानसिक तनावों को झेलने की किसी व्यक्ति की क्षमता में वृद्धि होती है। खेल-कूद की इसी महत्ता को स्वीकारते हुए स्वामी विवेकानन्द ने कहा है यदि तुम गीता के मर्म को समझना चाहते हो, तो खेल के मैदान में जाकर फुटबॉल खेलो। कहने का तात्पर्य यह है कि खेल-कूद द्वारा शरीर को स्वस्थ करके ही मानसिक प्रगति हासिल की जा सकती है।
75. स्वामी विवेकानन्द ने किसकी महत्ता को स्वीकार किया है?
निर्देश (प्र.सं. 76-80) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं उसे राष्ट्रीय एकता का विश्व-भर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। इसी भावना का परिणाम है कि जब कभी भी हमारी एकता को खण्डित करने का प्रयास किया जाता है भारत का एक-एक नागरिक सजग होकर ऐसे असामाजिक शक्तियों के विरुद्ध खड़ा दिखाई पड़ता है। राष्ट्रीयता के लिए भौगोलिक सीमाएँ, राजनीतिक चेतना और सांस्कृतिक एकबद्धता अनिवार्य होती है। यद्यपि प्राचीन काल में हमारी भौगोलिक सीमाएँ इतनी व्यापक नहीं थीं और यहाँ अनेक राज्य स्थापित थे तथापि हमारी संस्कृति और धार्मिक चेतना एक थी। कन्याकुमारी से हिमालय तक और असम से सिन्ध तक भारत की संस्कृति और धर्म एक थे। यही एकात्मकता हमारी राष्ट्रीय एकता की नींव थी। भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अपनी-अपनी अलग परम्परा थी, रीति-रिवाज, आस्थाएँ थीं, किन्तु समूचा भारत एक सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध या। इसी को अनेकता में एकता एवं विविधता में एकता कहा जाता है जो पूरी दुनिया में हमारी अलग पहचान स्थापित कर हमारे गौरव को बढ़ाता है। राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए तो हमारे पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता को हड़पने का प्रयास करेंगे। इस प्रकार अपनी स्वतन्त्रता की रक्षा एवं राष्ट्र की उन्नति के लिए भी राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। प्राचीन काल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु
आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर | लिया। इन विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे हनन होने लगा। लगभग एक हजार वर्षों की परतन्त्रता के बाद अनेक संघर्षों व बलिदानों के फलस्वरूप हमें स्वाधीनता प्राप्त हुई। स्वतन्त्रता प्राप्त करने के बाद हमारी एकता सुदृढ़ तो हुई परन्तु हम देख रहे हैं कि साम्प्रदायिकता, क्षेत्रीयता, जातीयता, अज्ञानता और भाषागत अनेकता ने पूरे देश को आक्रान्त कर रखा है।
निर्देश (प्र.सं. 76-80) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं उसे राष्ट्रीय एकता का विश्व-भर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। इसी भावना का परिणाम है कि जब कभी भी हमारी एकता को खण्डित करने का प्रयास किया जाता है भारत का एक-एक नागरिक सजग होकर ऐसे असामाजिक शक्तियों के विरुद्ध खड़ा दिखाई पड़ता है। राष्ट्रीयता के लिए भौगोलिक सीमाएँ, राजनीतिक चेतना और सांस्कृतिक एकबद्धता अनिवार्य होती है। यद्यपि प्राचीन काल में हमारी भौगोलिक सीमाएँ इतनी व्यापक नहीं थीं और यहाँ अनेक राज्य स्थापित थे तथापि हमारी संस्कृति और धार्मिक चेतना एक थी। कन्याकुमारी से हिमालय तक और असम से सिन्ध तक भारत की संस्कृति और धर्म एक थे। यही एकात्मकता हमारी राष्ट्रीय एकता की नींव थी। भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अपनी-अपनी अलग परम्परा थी, रीति-रिवाज, आस्थाएँ थीं, किन्तु समूचा भारत एक सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध या। इसी को अनेकता में एकता एवं विविधता में एकता कहा जाता है जो पूरी दुनिया में हमारी अलग पहचान स्थापित कर हमारे गौरव को बढ़ाता है। राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए तो हमारे पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता को हड़पने का प्रयास करेंगे। इस प्रकार अपनी स्वतन्त्रता की रक्षा एवं राष्ट्र की उन्नति के लिए भी राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। प्राचीन काल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु
आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर | लिया। इन विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे हनन होने लगा। लगभग एक हजार वर्षों की परतन्त्रता के बाद अनेक संघर्षों व बलिदानों के फलस्वरूप हमें स्वाधीनता प्राप्त हुई। स्वतन्त्रता प्राप्त करने के बाद हमारी एकता सुदृढ़ तो हुई परन्तु हम देख रहे हैं कि साम्प्रदायिकता, क्षेत्रीयता, जातीयता, अज्ञानता और भाषागत अनेकता ने पूरे देश को आक्रान्त कर रखा है।
77. पूरी दुनिया में भारत की अलग पहचान कौन स्थापित करता है?
निर्देश (प्र.सं. 76-80) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं उसे राष्ट्रीय एकता का विश्व-भर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। इसी भावना का परिणाम है कि जब कभी भी हमारी एकता को खण्डित करने का प्रयास किया जाता है भारत का एक-एक नागरिक सजग होकर ऐसे असामाजिक शक्तियों के विरुद्ध खड़ा दिखाई पड़ता है। राष्ट्रीयता के लिए भौगोलिक सीमाएँ, राजनीतिक चेतना और सांस्कृतिक एकबद्धता अनिवार्य होती है। यद्यपि प्राचीन काल में हमारी भौगोलिक सीमाएँ इतनी व्यापक नहीं थीं और यहाँ अनेक राज्य स्थापित थे तथापि हमारी संस्कृति और धार्मिक चेतना एक थी। कन्याकुमारी से हिमालय तक और असम से सिन्ध तक भारत की संस्कृति और धर्म एक थे। यही एकात्मकता हमारी राष्ट्रीय एकता की नींव थी। भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अपनी-अपनी अलग परम्परा थी, रीति-रिवाज, आस्थाएँ थीं, किन्तु समूचा भारत एक सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध या। इसी को अनेकता में एकता एवं विविधता में एकता कहा जाता है जो पूरी दुनिया में हमारी अलग पहचान स्थापित कर हमारे गौरव को बढ़ाता है। राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए तो हमारे पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता को हड़पने का प्रयास करेंगे। इस प्रकार अपनी स्वतन्त्रता की रक्षा एवं राष्ट्र की उन्नति के लिए भी राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। प्राचीन काल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु
आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर | लिया। इन विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे हनन होने लगा। लगभग एक हजार वर्षों की परतन्त्रता के बाद अनेक संघर्षों व बलिदानों के फलस्वरूप हमें स्वाधीनता प्राप्त हुई। स्वतन्त्रता प्राप्त करने के बाद हमारी एकता सुदृढ़ तो हुई परन्तु हम देख रहे हैं कि साम्प्रदायिकता, क्षेत्रीयता, जातीयता, अज्ञानता और भाषागत अनेकता ने पूरे देश को आक्रान्त कर रखा है।
78. विदेशी शक्तियों ने किस पर आधिपत्य स्थापित कर लिया?
निर्देश (प्र.सं. 76-80) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं उसे राष्ट्रीय एकता का विश्व-भर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। इसी भावना का परिणाम है कि जब कभी भी हमारी एकता को खण्डित करने का प्रयास किया जाता है भारत का एक-एक नागरिक सजग होकर ऐसे असामाजिक शक्तियों के विरुद्ध खड़ा दिखाई पड़ता है। राष्ट्रीयता के लिए भौगोलिक सीमाएँ, राजनीतिक चेतना और सांस्कृतिक एकबद्धता अनिवार्य होती है। यद्यपि प्राचीन काल में हमारी भौगोलिक सीमाएँ इतनी व्यापक नहीं थीं और यहाँ अनेक राज्य स्थापित थे तथापि हमारी संस्कृति और धार्मिक चेतना एक थी। कन्याकुमारी से हिमालय तक और असम से सिन्ध तक भारत की संस्कृति और धर्म एक थे। यही एकात्मकता हमारी राष्ट्रीय एकता की नींव थी। भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अपनी-अपनी अलग परम्परा थी, रीति-रिवाज, आस्थाएँ थीं, किन्तु समूचा भारत एक सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध या। इसी को अनेकता में एकता एवं विविधता में एकता कहा जाता है जो पूरी दुनिया में हमारी अलग पहचान स्थापित कर हमारे गौरव को बढ़ाता है। राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए तो हमारे पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता को हड़पने का प्रयास करेंगे। इस प्रकार अपनी स्वतन्त्रता की रक्षा एवं राष्ट्र की उन्नति के लिए भी राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। प्राचीन काल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु
आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर | लिया। इन विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे हनन होने लगा। लगभग एक हजार वर्षों की परतन्त्रता के बाद अनेक संघर्षों व बलिदानों के फलस्वरूप हमें स्वाधीनता प्राप्त हुई। स्वतन्त्रता प्राप्त करने के बाद हमारी एकता सुदृढ़ तो हुई परन्तु हम देख रहे हैं कि साम्प्रदायिकता, क्षेत्रीयता, जातीयता, अज्ञानता और भाषागत अनेकता ने पूरे देश को आक्रान्त कर रखा है।
79. ‘आक्रान्त’ का तात्पर्य है
निर्देश (प्र.सं. 76-80) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं उसे राष्ट्रीय एकता का विश्व-भर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। इसी भावना का परिणाम है कि जब कभी भी हमारी एकता को खण्डित करने का प्रयास किया जाता है भारत का एक-एक नागरिक सजग होकर ऐसे असामाजिक शक्तियों के विरुद्ध खड़ा दिखाई पड़ता है। राष्ट्रीयता के लिए भौगोलिक सीमाएँ, राजनीतिक चेतना और सांस्कृतिक एकबद्धता अनिवार्य होती है। यद्यपि प्राचीन काल में हमारी भौगोलिक सीमाएँ इतनी व्यापक नहीं थीं और यहाँ अनेक राज्य स्थापित थे तथापि हमारी संस्कृति और धार्मिक चेतना एक थी। कन्याकुमारी से हिमालय तक और असम से सिन्ध तक भारत की संस्कृति और धर्म एक थे। यही एकात्मकता हमारी राष्ट्रीय एकता की नींव थी। भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अपनी-अपनी अलग परम्परा थी, रीति-रिवाज, आस्थाएँ थीं, किन्तु समूचा भारत एक सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध या। इसी को अनेकता में एकता एवं विविधता में एकता कहा जाता है जो पूरी दुनिया में हमारी अलग पहचान स्थापित कर हमारे गौरव को बढ़ाता है। राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए तो हमारे पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता को हड़पने का प्रयास करेंगे। इस प्रकार अपनी स्वतन्त्रता की रक्षा एवं राष्ट्र की उन्नति के लिए भी राष्ट्रीय एकता परम आवश्यक है। प्राचीन काल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु
आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर | लिया। इन विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे हनन होने लगा। लगभग एक हजार वर्षों की परतन्त्रता के बाद अनेक संघर्षों व बलिदानों के फलस्वरूप हमें स्वाधीनता प्राप्त हुई। स्वतन्त्रता प्राप्त करने के बाद हमारी एकता सुदृढ़ तो हुई परन्तु हम देख रहे हैं कि साम्प्रदायिकता, क्षेत्रीयता, जातीयता, अज्ञानता और भाषागत अनेकता ने पूरे देश को आक्रान्त कर रखा है।
निर्देश (प्र. सं. 81-85) निम्नलिखित दण्ड आरेख का सावधानीपूर्वक अध्ययन कीजिए एवं दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश (प्र. सं. 81-85) निम्नलिखित दण्ड आरेख का सावधानीपूर्वक अध्ययन कीजिए एवं दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश (प्र. सं. 81-85) निम्नलिखित दण्ड आरेख का सावधानीपूर्वक अध्ययन कीजिए एवं दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश (प्र. सं. 81-85) निम्नलिखित दण्ड आरेख का सावधानीपूर्वक अध्ययन कीजिए एवं दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश (प्र. सं. 81-85) निम्नलिखित दण्ड आरेख का सावधानीपूर्वक अध्ययन कीजिए एवं दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश (प्र.सं. 86-90) निम्नलिखित ग्राफ को ध्यान से पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
86. विगत वर्षों में बेचे गए यूनिटों की औसत संख्या कितनी है?
निर्देश (प्र.सं. 86-90) निम्नलिखित ग्राफ को ध्यान से पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश (प्र.सं. 86-90) निम्नलिखित ग्राफ को ध्यान से पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
88. वर्ष 2003 में बनाए गए यूनिटों की संख्या का वर्ष 2007 में बनाए गए यूनिटों की संख्या से क्रमश: अनुपात क्या है?
निर्देश (प्र.सं. 86-90) निम्नलिखित ग्राफ को ध्यान से पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश (प्र.सं. 86-90) निम्नलिखित ग्राफ को ध्यान से पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश (प्र. सं. 91-95) दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए नीचे दी गई सारणी का अध्ययन कीजिए। –
छः संस्थानों से अलग-अलग कार्यक्रमों में विद्यार्थियों की संख्या
कार्यक्रम |
||||||
संस्थान | MBA | PGDCA | PGDBA | DCA | MCA | ACP |
GIMS | 120 | 60 | 150 | 50 | 200 | 30 |
JBMS | 180 | 120 | 300 | 30 | 180 | 00 |
NIBS | 60 | 90 | 125 | 60 | 210 | 15 |
IIPS | 90 | 90 | 140 | 25 | 190 | 15 |
ACMS | 45 | 60 | 180 | 20 | 185 | 60 |
WIBS | 120 | 90 | 240 | 35 | 205 | 00 |
91. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है?
निर्देश (प्र. सं. 91-95) दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए नीचे दी गई सारणी का अध्ययन कीजिए। –
छः संस्थानों से अलग-अलग कार्यक्रमों में विद्यार्थियों की संख्या
कार्यक्रम |
||||||
संस्थान | MBA | PGDCA | PGDBA | DCA | MCA | ACP |
GIMS | 120 | 60 | 150 | 50 | 200 | 30 |
JBMS | 180 | 120 | 300 | 30 | 180 | 00 |
NIBS | 60 | 90 | 125 | 60 | 210 | 15 |
IIPS | 90 | 90 | 140 | 25 | 190 | 15 |
ACMS | 45 | 60 | 180 | 20 | 185 | 60 |
WIBS | 120 | 90 | 240 | 35 | 205 | 00 |
निर्देश (प्र. सं. 91-95) दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए नीचे दी गई सारणी का अध्ययन कीजिए। –
छः संस्थानों से अलग-अलग कार्यक्रमों में विद्यार्थियों की संख्या
कार्यक्रम |
||||||
संस्थान | MBA | PGDCA | PGDBA | DCA | MCA | ACP |
GIMS | 120 | 60 | 150 | 50 | 200 | 30 |
JBMS | 180 | 120 | 300 | 30 | 180 | 00 |
NIBS | 60 | 90 | 125 | 60 | 210 | 15 |
IIPS | 90 | 90 | 140 | 25 | 190 | 15 |
ACMS | 45 | 60 | 180 | 20 | 185 | 60 |
WIBS | 120 | 90 | 240 | 35 | 205 | 00 |
निर्देश (प्र. सं. 91-95) दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए नीचे दी गई सारणी का अध्ययन कीजिए। –
छः संस्थानों से अलग-अलग कार्यक्रमों में विद्यार्थियों की संख्या
कार्यक्रम |
||||||
संस्थान | MBA | PGDCA | PGDBA | DCA | MCA | ACP |
GIMS | 120 | 60 | 150 | 50 | 200 | 30 |
JBMS | 180 | 120 | 300 | 30 | 180 | 00 |
NIBS | 60 | 90 | 125 | 60 | 210 | 15 |
IIPS | 90 | 90 | 140 | 25 | 190 | 15 |
ACMS | 45 | 60 | 180 | 20 | 185 | 60 |
WIBS | 120 | 90 | 240 | 35 | 205 | 00 |
94. किस कार्यक्रम में विद्यार्थियों की संख्या सर्वाधिक है?
निर्देश (प्र. सं. 91-95) दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए नीचे दी गई सारणी का अध्ययन कीजिए। –
छः संस्थानों से अलग-अलग कार्यक्रमों में विद्यार्थियों की संख्या
कार्यक्रम |
||||||
संस्थान | MBA | PGDCA | PGDBA | DCA | MCA | ACP |
GIMS | 120 | 60 | 150 | 50 | 200 | 30 |
JBMS | 180 | 120 | 300 | 30 | 180 | 00 |
NIBS | 60 | 90 | 125 | 60 | 210 | 15 |
IIPS | 90 | 90 | 140 | 25 | 190 | 15 |
ACMS | 45 | 60 | 180 | 20 | 185 | 60 |
WIBS | 120 | 90 | 240 | 35 | 205 | 00 |
95. विभिन्न संस्थानों में ACP कार्यक्रम में विद्यार्थियों की कुल संख्या क्या है?
निर्देश (प्र.सं. 96-100) नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए इस पाई-चार्ट का अध्ययन कीजिए।
96. गायन और नृत्य में मिलाकर भर्ती हुए विद्यार्थियों की संख्या का नाटक में ही भर्ती हुए विद्यार्थियों की संख्या से क्रमश: क्या अनुपात है?
निर्देश (प्र.सं. 96-100) नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए इस पाई-चार्ट का अध्ययन कीजिए।
निर्देश (प्र.सं. 96-100) नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए इस पाई-चार्ट का अध्ययन कीजिए।
निर्देश (प्र.सं. 96-100) नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए इस पाई-चार्ट का अध्ययन कीजिए।
99. चित्रकारी में कितने विद्यार्थी भर्ती हुए हैं?
निर्देश (प्र.सं. 96-100) नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए इस पाई-चार्ट का अध्ययन कीजिए।
100. पाकशास्त्र में भर्ती हुए विद्यार्थियों की संख्या नृत्य में भर्ती हुए विद्यार्थियों की संख्या का कितने प्रतिशत है? (दशमलव के बाद दो अंकों तक मान)